दोस्तों जैसा की हमे पता हैं की नए नए टेक्निकल डिवाइस , एप्प्स फीचर्स हमे रेगुलर अटरेक्ट करते रहे हैं जिसकी जानकारी प्राप्त कर हम उसे यूज करते हैं तो हमारे कई सारे काम आसान हो जाते हैं । आज मैं आपको ऐसी ही एक न्यू टेक्नोलोजी प्रोजक्ट सोलीके बारे में इस पोस्ट के माध्यम से जानकारी देने वाला हूँ ।
दोस्तों पहले हम कीपैड फोन यूज करते थे , टच स्क्रीन फोन आने के बाद कीपैड फोन रिप्लेस हो चुके हैं । टच स्क्रीन को अगर कोई टेक्नॉलोजी रिप्लेस कर सकती है तो वो है प्रोजक्ट सोली । गूगल इस टेक्नोलोजी को जल्दी ही लॉन्च करने वाला हैं । अभी इस टेक्नोलोजी को आने मे समय लगेगा । इसे अप्रूवल मिल चुका है लेकिन अभी इस प्रोजेक्ट पर काम बाकी हैं ।
प्रोजक्ट सोली एक ऐसी टेक्नॉलोजी है जिससे स्मार्ट डिवाइस बिना स्क्रीन को टच किए हुए चुटकी बजा कर डिवाइस को ऑपरेट किया जा सकेगा । जैसा कि साइंस फिक्शन मूवीज में हम देखते हैं । इसका बेस्ट एग्जाम्पल हॉलीवुड मूवी आयरनमैन के गैजेट्स हैं ।
इस टेक्नॉलजी द्वारा आप स्पीकर को चुटकी बजा कर इसे स्टार्ट कर सकते हैं , म्यूजिक ऑन कर सकते हैं , ऑफ कर सकते हैं या स्मार्ट वॉच ऑपरेट कर सकते है । यह रेडार सेंसर द्वारा पोसिबल होगा ।
गूगल को फेडरल कम्यूनिकेशन कमिशन से रेडार बेस्ड मोशन सेंसर टेक्नॉलोजी यूज करने की अप्रूअल मिल गई है , गूगल ने रेडार बेस्ड मोशन सेंसर टेक्नॉलोजी को प्रोजेक्ट सोली के नाम से अनाउंस किया हैं ।
इस सेंसर के द्वारा यूजर थंब और इंडेक्स फिंगर से दिखाइ नहीं देने वाले बटन प्रेस कर सकेंगे जिसे वर्चुअल डायल कहा जाएगा । चुटकी बजाने से ये ऑन हो जाएगा । यूजर स्मार्ट वॉच, म्यूजिक स्क्रॉल या फिर इसे यूज करते हुए वॉल्यूम ऐडजस्ट कर पाएंगे ।
रेडार सिग्नल फैबरिक्स मे भी कर पाएगा , अगर आपका हाथ जेब में है फिर भी इसे कंट्रोल कर सकेंगे ।
ये प्रोजेक्ट गेश्चर बेस्ड है जो रेडार टेक्नोलोजी का यूज करके डेवलप किया जा रहा है । आने वाले समय मे हम इसे अपने डिवाइस में देख पाएंगे । गूगल ने इसके लिए सोली चिप डेवलप कि हैं जिसका यूज मोशन सेंसर में किया जाएगा ।
प्रोजेक्ट सोली कैसे वर्क करता है ?
इसमे सिस्टम इलेक्ट्रोमेग्नेट वेव को ब्रॉड बीम के रुप मे ट्रांसमिट करता है जो दूर के ऑब्जेक्ट से टकराती है और कुछ बीम बापस सिस्टम एंटिना से रिसिव होती है । सोली सिस्टम इन सिगनल्स को प्रोसेस करता है ।
इन सिगनल्स द्वारा ये सिस्टम ऑब्जेक्ट को ट्रेक और रिकोग्नाइज करता है । ये प्रोसेस गेश्चर द्वारा होता है ।
प्रोजेक्ट सोली की विशेषताएँ ?
- इस सिस्टम द्वारा गजेट को बिना टच किये ही यूज कर सकते है ।
- इसका यूज फ्री हैण्ड टाइपिंग में कर पाएंगे ।
- वीडियो गेम खेलते समय कंट्रोलर को पकड़ने की जरूरत नहीं पडेगी ।
- इसकी मदद से 360 विडियो को देख सकते है ।
- सोली चिप बहुत ही कम पॉवर का यूज करती है ।
सोली प्रोजेक्ट की कमियाँ
- यह सिस्टम बहुत महँगा है जो कुछ समय तक स्माल डिवाइस मे मौजूद नहीं होगा ।
- इस सिस्टम मे गेश्चर का नंबर लिमिटेड है अतः आपको इन्हे याद रखना पड़ेगा ।
- इसके रेडार की रेंज कम होने से आप ज्यादा दूर से सिस्टम को कंट्रोल नहीं कर पाएंगे ।
प्रोजेक्ट सोली के एप्लिकेशन
- गजेट को कंट्रोल करने मे ।
- गेम्स खेलने मे ।
- मेडिकल फील्ड में ।
- स्मार्ट वॉच को कन्ट्रोल करने मे ।
अभी इस प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है । इसके लिए लैंग्वेज डेवलप हो रही है जिससे सोली चिप डिवाइस अच्छे से इंटरैक्ट और मोशन को अच्छे से सेन्स कर पाए जिससे इसे फ्यूचर में बड़े लेवल पर यूज़ किया जा सके ।