आपने कभी ना कभी अखबारों में, टीवी चैनलस पर प्रैशर कूकर फटने कि घटनाओं के बारे में जरूर सुना और पढ़ा होगा | अपने दैनिक जीवन में हम सभी खाना जल्दी पकाने के लिए प्रैशर कूकर का इस्तेमाल करते है | चाहे हमे कुछ उबालना हो या सब्जी बनानी हो, हमे सबसे पहला और अच्छा ऑप्शन अपना कूकर ही नज़र आता है लेकिन क्या आप जानते है कि यदि प्रैशर कूकर का सभी ढंग से इस्तेमाल ना किया जाय तो कूकर फट भी सकता है और आपके साथ कोई बुरा हादसा भी हो सकता है | एक सर्वे के अनुसार,जब इन सभी हादसों कि पड़ताल की गयी तो यह पाया गया कि कुछ खास ऐसी गलतियाँ है जो लगभग हर हादसे में समान तरीके से हुयी थी | ऐसी सी बेहद ज़रूरी गलतियों के बारे में हम आज के इस ब्लॉग में चर्चा करने जा रहे है |
1. खाना बनाते समय बिना पानी के कूकर का इस्तेमाल ना करें |
कूकर का इस्तेमाल ज़्यादातर हम लोग दाल या सब्जी बनाने के लिए करते है| यहाँ इस बात पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है कि चाहे हम कुछ भी पकाए लेकिन उसमें पानी कि मात्रा कम नहीं होनी चाहिए | आजकल कई ऐसी रेसिपी बनाई जाने लगी है जिसको बनाने के लिए बहुत कम पानी का उपयोग होता है | कम पानी वाले या सूखे कूकर मे खाना बनाने से कूकर भाप ज़्यादा बनाता है जो अंदर के प्रैशर को इतना बढ़ा देती है कि सीटी वाली नोजल उसे कंट्रोल नहीं कर पाती और कूकर इतने दबाव मे फट जाता है |
2. जबर्दस्ती कूकर को खोलें से बचे
जब भी कूकर मे कोई चीज़ पक जाय तो कूकर को तुरंत खोलने कि कोशिश ना करे बल्कि कूकर को गैस से उतार कर नीचे रख दे और इसे थोड़ा ठंडा होने दे | ऐसा करना इसीलिए भी ज़रूरी होता है ताकि आप गरम गरम कूकर खोलते समय जल ना जाये | हमेशा याद रखे कि कूकर के अंदर कि भाप हमेशा तेज़ी से बाहर आने के लिए दबाव मे होती है और यदि आपने इसी दबाव मे कूकर खोलने कि कोशिश की तो ना सिर्फ कूकर फटने का खतरा है बल्कि आप बुरी तरीके से जल भी सकते है |
3. कूकर की रिंग को हर तीन महीने में अवश्य बदलें |
बहुत से लोग अपने कूकर की रबर रिंग को तब तक नहीं बदलते जब तक की वह पूरी तरीके से कटने ना लग जाये या उसमें से भाप लीक ना होने लग जाय, जो बेहद खतरनाक आदत है | लगातार इस्तेमाल करने से ये रबर घिसने लगता है और इससे ना सिर्फ खाना कम प्रैशर वजह से खाना देर से पकता है बल्कि कूकर के अंदर भाप हल्का सा भी लीकेज होने के कारण तेज़ प्रैशर से बाहर निकलती है जिस से ये कूकर फट सकता है | इसीलिए आप सभी से अनुरोध है कि ठीक समय पर अपने कूकर की इस रबर रिंग को ज़रूर बदलते रहे |
4. हमेशा ब्रांडेड कंपनी का कूकर ही इस्तेमाल करें
आजकल मार्केट मे कई सारे ऐसे कूकर मौजूद है जो दूसरे ब्रांडेड कूकर की तुलना में आधे दाम पर भी मिल जाएँगे | ये कूकर ना तो अच्छी क्वालिटी के होते है और ना ही ये ISI द्वारा प्रमाणित होते है | और सबसे बड़ी बात यह कि देश में जितनी भी घटनाए हो रही है उनमे से ज़्यादातर कूकर किसी लोकल ब्रांड के ही इस्तेमाल किए जा रहे थे | इसीलिए दोस्तो, आप से निवेदन है कि आप अपने घर में हमेशा किसी ब्रांडेड कंपनी के कूकर ही खरीद के लाये, फिर चाहे वे थोड़े महंगे ही क्यों ना हो |
5. दरारों वाले कूकर का इस्तेमाल कभी ना करें
एक आदत बना ले कि आप हमेशा खाना बनाने से पहले एक सरसरी निगाह से अपने कूकर का मुआयना जरूर करेंगे कि कूकर कहीं से डेमेज तो नहीं हो रहा है या उसमे कहीं दरारें तो नहीं आने लगी है | याद रखे कि हादसे कभी कह कर नहीं होते है और जो लोग ये सोचकर अपने पुराने कूकर को दरारों के बाद भी चलाये जा रहे है वे कभी भी इसका शिकार हो सकते है | यदि स्टैंडर्ड गाइडलाइनस को माने तो हर 5 साल में कूकर बादल दिया जाना चाहिए | यहाँ कुछ लोग ये सोच कर भी खुश हो सकते है कि हमारा कूकर तो पिछले 10 साल या 15 साल से चल रहा है और अभी तक इसमे कोई दिक्कत नहीं है तो कृपा करके इन बातों को गंभीरता से ले |
6. कूकर की सफाई ठीक से करें
कूकर फटने का महत्वपूर्ण कारण यह भी है कि बहुत से घरों में कूकर कि नोजल और सीटी की ठीक से सफाई नहीं की जाती है जो कि बहुत ज़रूरी है क्योकि ये ही वो रास्ते है जिसके माध्यम से कूकर के अंदर तेज़ दबाव होने पर प्रैशर कंट्रोल होता है | अब ज़रा सोचिए कि यदि किसी कारण से कूकर की नोजल या सिटी में कचरा फंस जाये और तेज़ आंच पर चढ़े कूकर में लगातार भाप से दबाव बढ़ता रहे तो इसका अंत कैसा होगा | जब भाप अपनी ताकत से ट्रेन के इंजिन को हिला सकती है तो फिर ये तो एक मामूली सा कूकर है | इसीलिए आप सभी से निवेदन है की अपने कूकर नियमित सफाई करते रहे और अपने परिवार को सुरक्षित रखे |