बच्चों को पढ़ाना टेढ़ी खीर हैं । बहुत से बच्चे पढ़ने से जी चुराते हैं । पढ़ाई नहीं करने के कई बहाने ढूंढते हैं । इसके पीछे पढ़ाई मे बोरियत , मन नहीं लगना, कठिन सिलेबस, पढ़ाने के तरीके आदि कारण हो सकते हैं । स्कूल मे तो बच्चे कुछ ही समय निकालते हैं लेकिन घर पर अधिकतर समय व्यतीत होता हैं । पढ़ाई की ज़िम्मेदारी सिर्फ टीचर की ही नहीं होती बल्कि पैरेंट्स की भी उतनी ही जिम्मेदारी होती हैं । बहुत से पैरेंट्स अपने बच्चों को पढाने की कोशिश करते है लेकिन वे पढ़ा नहीं पाते क्योंकि उन्हे पढ़ाने का सही तरीका नहीं पता होता हैं । आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय पर मदद करने जा रहे है | आपको नीचे दिए गए टिप्स इस कार्य में जरुर मदद करेंगे |
- बच्चों को पढ़ाई के समय क्या समस्या आ रही हैं, उसे पहचाने और इसका समाधान करें ।
- बच्चों का मन पढ़ाई मे लगे वे पढ़ने से जी ना चुराये इसके लिए थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी । आज कोर्स कंटेन्ट को प्रजेंट करने के लिए कई तरीके है | टेक्नोलोजी का प्रयोग करके प्रजंटेशन को अट्रेक्टिव बनाए ताकि बच्चे उसके प्रति आकर्षित हो ।
- साइंस,ज्योग्राफी, मेथ्स, इंग्लिश आदि बहुत से ऐसे सबजेक्ट हैं जिनके कंटेन्ट कठिन हो सकते हैं इन्हे आसान बनाने के लिए इनको रियल लाइफ से जोड़े । ताकि इन्हे बच्चे आसानी से समझ सके ।
- बच्चे पढ़ाई से जी चुराते हैं । इसलिए कंटेंट्स के साथ इंटरेक्टिव सेशन इंकल्यूड करें । कोर्स के साथ आस पास की ऐसी चीजों को जोड़कर बच्चो को समझाये ताकि बच्चे बोर ना हों ।
- आज कल बच्चो को किताबी ज्ञान मिलता जिससे बच्चे शीघ्र ही बोरियत महसूस करते हैं और पढ़ाई से जी चुराते हैं, अतः बच्चो को किताबों के साथ साथ व्यावहारिक ज्ञान भी देना चाहिए ।
- अगर बच्चा जिद्दी हैं और पढ़ाई करने से आना कानी करता हैं तो पैरेंट्स उन पर गुस्सा करते हैं, डांट, फटकार भी लगाते हैं क्योकिं उनका ये सोचना होता हैं की डर से वे सुधार जाएंगे लेकिन उनका ये सोचना ग़लत होता हैं । इससे वे पढ़ाई से दूर होते जाते हैं ।
- अगर बच्चे की उम्र कम है तो उन्हे पिक्चर वाली किताबों की मदद से समझाये ।
- बच्चों की बात भी सुने । यदि वे कुछ कहना चाहते हैं या अपनी समस्या बताते है तो उनकी सुने ।
- किसी भी बात को कहानी के माध्यम से उन्हे समझाये ।
- आजकल ऐसे टोय , पिक्चर , चार्ट आदि मार्केट मे मौजूद है जिनसे आसानी से समझ कर बच्चे पढ़ाई कर सकते हैं । अतः पढ़ाई मे इनको रिसोर्स के रूप मे इस्तेमाल करें ।
- अगर बच्चों के मन मे किसी चीज़ को जानने की जिज्ञासा है तब संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर वे बार बार प्रश्न करेंगे और इस चीज से झुंझलाहट नहीं होनी चाहिए । उनके प्रश्न को सुनकर बड़ी शालीनता से उसा उत्तर देना चाहिए ।
- बच्चे बाहरी दुनिया से बहुत कुछ सीखते हैं । पार्क , गार्डन , खेत , चिड़ियाघर ,सर्कस , मेजिक शॉ जैसी जगह पर बच्चों को घूमने ले जाना चाहिए ।
- एजुकेशनल गेम्स से बच्चे बहुत कुछ सीख सकते हैं । कंप्यूटर के माध्यम से बहुत से ऐसे गेम्स का प्रयोग करके बच्चों को बहुत कुछ सीखा सकते हैं ।
- वीडियो के माध्यम से बच्चे जल्दी सीख पाते हैं अतः बच्चों को डीवीडी के माध्यम से भी सीखने का प्रयास करें ।
- बच्चो को समय समय पर अच्छे कार्यों और उपलब्धियों के लिए प्रोत्साहित करते रहना चाहिए ताकि उन्हे हमेशा आगे बढ़ाने की प्रेरणा मिले ।