मल्टी टैलेंट का मतलब एक व्यक्ति मे एक से अधिक प्रतिभाएँ होना हैं ।मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि टैलेंट सभी मे होता हैं, चाहे किसी व्यक्ति को पता हो या ना हो | अपनी प्रतिभा को लगातार निखारते हुए लोगो के सामने इसे हम प्रदर्शित कर सकते हैं । जब एक टैलेंट विकसित हो जाता हैं तो हम दूसरे छुपे हुए टैलेंट भी पहचान कर उनका चुनाव कर सकते हैं, साथ ही विशेष प्लेटफॉर्म पर उनका प्रदर्शन भी कर सकते हैं और लोगो के सामने बहु प्रतिभाशाली व्यक्ति के रूप मे हम अपना व्यक्तित्व दर्शा सकते हैं । इसके लिए सुव्यवस्थित प्लानिंग करके मल्टी टैलेंटेड बन सकते है –
- अपने टेलेंट को पहचाने –
सबसे पहले जो भी टैलेंट हैं उसको पहचाने । कई बार मुख्य कार्य चलते हम अपनी विशेष योग्यता को पहचान नहीं पाते । और हमारा मल्टी टैलेंट छुपा रहता हैं । इस लिए जिन जिन क्षैत्रों मे भी हमारी रूचि हो उनकी हमे पहचान करना बहुत जरूरी हैं । इसको पहचानने का एक मात्र तरीका है कि आप अपनेआप से सवाल पूछे कि वह कौन सा काम है जो आप दिन-रात हर वक़्त करना पसंद करेंगे |
- सही समय पर सही प्रदर्शन –
बहुत से लोग जन्म से ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं और बहुत से लोग अपनी अपनी हॉबी के अनुसार प्रतिभाएं विकसित करते हैं लेकिन इनका प्रदर्शन करना बहुत जरूरी हैं । जब तक हम अपने टैलेंट को नहीं दिखाएंगे तब तक लोगो को टैलेंट का पता नहीं चलेगा क्योंकि हमे पता है जो दिखता हैं वो ही बिकता हैं।
- हर मौका सही मौका है –
लोग ये सोचते हैं की अपने टैलेंट को प्रदर्शित करने के लिए ये सही जगह नहीं हैं , ये सही मौका नहीं हैं लेकिन उनका ये सोचना बिलकुल गलत हैं अपना टैलेंट दिखाने के लिए कोई भी जगह महत्वपूर्ण नहीं होती हैं । टैलेंट किसी भी जगह प्रदर्शित किया जा सकता हैं । जहाँ भी मौका मिले वही टैलेंट प्रदर्शित किया जा सकता हैं । अगर किसी को सिंगिंग का शौक हैं तो किसी भी प्रोग्राम , शादी या किसी कार्यक्रम मे जहां अवसर मिले वहाँ इसे प्रदर्शित करे ।
- अपने टेलेंट को प्रैक्टिस करें –
अपने मल्टी टैलेंट के बेहतर प्रदर्शन के लिए अपनी हॉबी के अनुसार उन सभी कार्यों की अच्छी प्रेक्टिस जरूरी हैं । अतः ये बहुत जरूरी हैं की इन कार्यो की भलीभाति प्रेक्टिस की जाये ।
- गलतियों से डरे नहीं-
अपनी प्रतिभा के क्रियान्वय के दौरान जी भर के गलतियाँ करे | गलती करने से डरे नहीं, खूब गलतियाँ करे लेकिन याद रहे एक गलती दुबारा ना करें तभी प्रतिभा और निखार कर आएगी ।
- सभी प्रतिभाओं पर बराबर ध्यान दे –
अलग अलग रुचि के कार्यों को निरंतर करते रहे जैसे अगर आप मे डांस का शौक हैं साथ ही अगर सिंगिंग का भी शौक है तो दोनो की प्रेक्टिस निरन्तर करे ताकि दोनों प्रतिभाए एक साथ निखरे ।
- हमेशा पॉजिटिव रहे –
हर समय पॉज़िटिव रहते हुए लगातार सफल होने के लिए अपनी प्रोग्रेस को निरंतर रिकॉर्ड करते रहे ताकि इसमे सुधार कर सकें । नकारात्मकता को दूर रखे ताकि डिमोटिवेट ना हो पाएँ ।
- अपने टेलेंट से सम्बन्धी पूरी जानकारी रखे –
जो भी रुचि हैं उसके बार मे अधिक से अधिक जानकारी हांसिल करे । इसके लिए इंटरनेट , बुक्स आदि का यूज करें । इनके बारे मे पढे ।