जब बच्चे स्कूल जाते हैं तो उनका रूटीन वर्क मैंटेन रहता हैं लेकिन जब स्कूल बंद हो जाते है तब बच्चे घर पर ही रहते हैं । ऐसे मे उनकी दिनचर्या धीरे धीरे बिगड़ जाती हैं । या तो वे दिनभर टीवी देखते हैं या मोबाइल मे गेम खेलते हैं या पूरे दिन शैतानी करते रहते हैं । एक दिन की बात हो तो ठीक हैं लेकिन ज्यादा समय तक बच्चे शैतानी करते है तो पेरेंट्स से डांट भी पड़ती हैं । बच्चों को ऐसे कामों में व्यस्त कर दे कि वे ना तो बोर हो ओर ना ही काम से जी चुराये । काम उनकी रुचि के अनुसार हो ओर वे उसे पूरे लगाव से करे । आज की इस पोस्ट में हम चर्चा करने जा रहे है कि कैसे हम बच्चों को क्रिएटिव बना सकते है-
- बच्चो को साथ मे ले के व्यायाम या योग करे उन्हे जल्दी उठाए जल्दी सोने का सुझाव दे । थोड़े दिन मे बच्चे खुद इसमे इन्टरेस्ट लेने लग जाएंगे ।
- बच्चों को पारियों की, जिन , जादू की कहानियों मे बहुत रुची होती हैं, अतः बच्चों को कहानियों की किताबे , कोमिक्स आदि पढ़ने के लिए देवे ।
- बच्चों को गिनती , पहाड़े आदि याद कराएं ।
- स्कूल टाइम के अनुसार नाश्ता , लंच , पढ़ाई आदि का शेड्यूल सेट कर उसका अनुसरण करे ।
- बच्चों की एज ग्रुप के अनुसार कलरिंग , पहेली , क्रॉस वर्ड आदि टास्क दे सकते हैं जो बड़े चाव से वे पूरा करते हैं ।
- जब इन चीजों से वे बोर होने लगे तो उनसे कुछ घर के कार्य जैसे –सब्जी धुलवाना , क्लीनिंग आदि हल्के काम उनसे करवाए ।
- एजूकेशनल वीडियो , सीरियल , मूवी दिखाये ।
- बच्चो को जिद्दी होने से रोकने के लिए कभी आप उनकी बात माने ओर कभी उन्हे आपकी बात मनवाए । कभी भी कोई चीज उन पर थोपे नहीं और न ही किसी चीज के लिए उन्हे प्रेशराइज करे ।
- बच्चे गेम्स मे अगर व्यस्त रहते हैं तो वे बोर नहीं होते अतः विभिन्न गेम्स मे उन्हे व्यस्त कर सकते हैं लेकिंन यह ध्यान रखे की एक ही गेम से लंबे समय तक खेलने से वे बोर हो जाते हैं अतः कुछ समय बाद उनके गेम बदल दे ।
- बच्चों को एसे सिम्युलेशन बेस टास्क दे जिससे वे उन्हे कंप्लीट करने मे कुछ घंटे व्यस्त हो जाए ।
- साइक्लिंग , स्विमिंग , रनिंग और आऊटडोर एक्टिविटी मे बच्चों को ज्यादा व्यस्त करे । ताकि बाद मे भी वे इससे जुड़े रहे । क्योंकि आऊटडोर एक्टिविटी से बच्चों को फ्रेश एयर मिलती हैं । बच्चों मे एक विशेष ऊर्जा का संचार होता हैं ।
- बच्चों की मनोस्थिति समझे की वो क्या चाहते हैं उसी प्रकार की टास्क उन्हे देवे ।
बच्चों को व्यस्त करने की होड मे ये ना करें
- कभी भी मोबाइल, मोबाइल गेम्स आदि का प्रयोग नहीं करने दे । इससे आँखों पर प्रभाव पड़ता हैं साथ ही इसकी लत बहुत बुरी जो बहुत मुश्किल से छूटती हैं ।
- टीवी का प्रयोग अधिक ना हो ।
- उनके मन को समझे कोई भी चीज उन पर थोपे नहीं क्योकि कोई भी काम प्रेशर से नहीं कराया जाता हैं ।
- डांट फटकार और गुस्सा करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं ।
- किसी भी चीज का दबाव ना बनाए ओर ना ही किसी और से उनकी तुलना करें ।