दोस्तों जैसा की हमे पता हैं आजकल कैशलेस सिस्टम का क्रेज हैं । डिमोनेटाइजेशन के बाद देश कैशलेस सिस्टम की तरफ बढ़ रहा है । कैशलेस इकनॉमी को बढ़ावा देने के लिए एवं लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए सरकार ने डिजिटल ट्रांजेक्शन पर कई बेनिफिट्स अनाउन्स किए है । ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कई प्रकार की सुविधाऐ तो प्रोवाइड करता ही हैं , साथ ही इसके कुछ नुकसान भी हैं इसलिए लोग यह सोचने को मजबूर हो गए हैं कि ऑनलाइन ट्रांजेक्शन उनके लिए सुविधा हैं या उनकी परेशानी बढ़ाने वाला हैं ।
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम फाइनेंशियल डिजिटलाइजेशन कितना फायदेमंद हैं और इससे क्या नुकसान हो सकते हैं के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं –
कैशलेस सिस्टम के फायदे
फेसिलिटी : फाइनेंशियल ट्रांजेक्शनस में डिजिटल पेमेंट सिस्टम बहुत ही लाभदायक है –
- कैश साथ मे रखने की जरूरत नहीं होती हैं , बैंक या एटीएम पर लगने वाली भीड़ से बच सकते हैं ।
- यात्रा के दौरान होने वाले एक्स्पेंसेज के लिए यह सेफ और इजी ऑप्शन है ।
- इमरजेंसी सिचुएशन जैसे हॉस्पिटल आदि मे यह काफी हेल्पफुल सिस्टम साबित हो सकता है ।
- आप इस सिस्टम के माध्यम से कहीं भी और कभी भी डिजिटल पेमेंट करने की सुविधा का बेनीफिट ले सकते है ।
छूट : कैशलेस ट्रांजेक्शन पर कई सारी निजी एवं सरकारी कम्पनियाँ विभिन्न प्रकार के ऑफर या डिस्काउंट भी प्रोवाइड करती हैं –
- कार्ड ट्रांजेक्शन पर सरकार ने हाल ही में 2000 रूपये तक पेमेंट करने पर सर्विस टैक्स फ्री कर दिया है । डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया गया है ।
- कार्ड से पेट्रोल खरीदने पर 0 .75 % छूट, रेल टिकट, हाइवे पर टोल, इंश्योरेंस सेक्टर आदि मे कई प्रकार की छूट की घोषणा की गयी है ।
डिजिटल ट्रांजेक्शन के नुकसान
- डिजिटल ट्रांजेक्शन में सबसे बड़ा खतरा आइडेंटिटी थेफ्ट का है । अगर डिजिटल ट्रांजेक्शन की प्रेक्टिस नहीं हैं , चाहे एजुकेटेड लोग हो या फिर गाँव के भोले भाले लोग फिशिंग ट्रैप के शिकार हो जाते हैं ।
- ऑनलाइन फ्रॉड के बढ़ते खतरे के कारण अधिकतर लोगों के डिजिटल ट्रांजेक्शन प्लेटफॉर्म पर आने से हैकिंग के खतरे बढ़ जाते हैं ।
- अगर मोबाईल चोरी हो जाये तो सभी फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन डिजिटल होने के कारण डबल नुकसान हो सकता है ।
- पेमेंट का कोई दूसरा ऑप्शन नहीं होने और कैश नहीं होने के कारण प्रॉबलम हो सकती है।
- अगर आप यात्रा कर रहे हैं और आप ऐसे छोटे गांव या शहर में हैं जहां बैंकिंग सुविधा नहीं है तो प्रॉबलम बढ़ सकती है ।
- आपका फोन हमेशा चार्ज रहना चाहिए यदि आपका फोन बंद हो जाता है , ट्रांजेक्शन के बीच में ही डिस्चार्ज हो जाता है या स्विच ऑफ हो जाता है तो प्रॉबलम हो सकती हैं ।
- स्लो इन्टरनेट स्पीड के कारण ट्रांजेक्शन काम्प्लिट नहीं हो पाता हैं । इसके लिए अच्छी इन्टरनेट स्पीड होना जरूरी हैं ।
- डिजिटल होने के लिए आपके पास स्मार्टफोन होना आवश्यक हैं । साधारण फोन से ट्रांजेक्शन सम्भव नहीं हैं ।
- बुजुर्ग लोगों के लिए इसमें दिक्कतें ज्यादा हो सकती हैं | अगर उनके पास कैश नहीं है और उन्हे डिजिटल पेमेंट सिस्टम कैसे यूज करना हैं इसके बारे मे जानकारी नहीं हैं तो वे इस सिस्टम को यूज करने मे अनकम्फ़र्ट फ़ील करेंगे ।
- जो लोग टेक्नोलोजी के बारे मे नहीं जानते है उनके लिए यह एक चैलेंज की तरह होगा । ट्रांजेक्शन करने में उन्हें दूसरे लोगों से अधिक समय लगेगा।
- ओवर स्पेंडिंग कार्ड और मोबाईल वालेट से ट्रांजेक्शन करना हेल्पफुल तो है, लेकिन इससे लोगों में अधिक खर्च करने की लत लग जाती हैं । कैश खर्च करने में लोग हिचकिचाते हैं लेकिन कार्ड से अनाप-शनाप खर्च कर देते हैं ।
- डिजिटल पेमेंट से सिस्टम में पुनः उतना कैश आ जाता है जितना पहले था यदि ऐसा होता है तो लोग कैश के यूज को ही इंपोर्टेन्स देंगे ।
दोस्तों मैं यह आशा करता हूँ की आप अब यह जान गए होंगे की फाइनेंशियल डिजिटलाइजेशन कितना फायदेमंद हैं और आप के लिए ये कहीं नुकसानदायक तो साबित नहीं हो रहा है । इसके दोनों पहलू देखकर ही आप इसका प्रयोग करे और यदि आप इसका प्रयोग कर रहे हैं तो सावधान रहे , सतर्क रहें ।