आज सभी के पास किसी न किसी बैंक में एंकाउंट होता है। लेकिन कुछ लोगों के पास बैंक एकाउंट होने के वावजूद उन्हे इनका इस्तेमाल कैसे करना हैं इसका पता नहीं होता है। बहुत सी महिलाओं , बुजुर्गों या ग्रामीण क्षेत्र मे रहने वाले लोगों को इसकी जानकारी या तो होती ही नहीं है या नहीं के बराबर होती हैं । कई ऐसे काम जैसे एटीएम से पैसा निकालना , खाता खुलाना , चेक का इस्तेमाल , नेट बैंकिंग का प्रयोग , पैसा निकालना या जमा कराना आदि मे परेशानी होती है जिसके चलते ये हर किसी से या अजनबी लोगो पर भी भरोसा कर लेते हैं और उनसे सहायता लेते हैं । कई लोग उनके साथ ठगी कर देते हैं अतः इसकी विस्तृत जानकारी हमे होना जरूरी हैं ताकि बैंकिंग जैसी आवश्यक सेवा के लिए हम किसी पर निर्भर ना रहे ।
बैंक मे खाता खुलाना
किसी भी बैंक में चार प्रकार के अकाउंट ओपन कर सकते हैं –
सेविंग अकाउंट :
सेविंग अकाउंट किसी भी बैंक में मिनिमम अमाउण्ट जमा करवाकर कर ओपन करवा सकते है। बैंक के नियमानुसार अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मैंटेन रखना भी जरूरी होता है नहीं तो बैंक पैनाल्टी के रूप में अलग से चार्ज करती हैं।
करंट अकाउंट :
ये अकाउंट व्यवसाय के लिए होते हैं जिसमे ट्रांजेक्शन की कोई लिमिट नहीं होती हैं । मिनिमम बैलेंस इसमे भी रखना आवश्यक है ।
आर. डी.
आरडी एक जमा योजना है जिसमे बैंक और पोस्ट ऑफिस में हर महीने एक निश्चित अमाउंट जमा करवा सकते हैं और बैंक इस पर निश्चित दर से ब्याज देता है।
एफ. डी.
एफ.डी. एक इनवेस्टमेंट प्लान है, जिसमें सेविंग अकाउंट से ज्यादा ब्याज़ प्राप्त होता हैं । फिक्स्ड डिपॉजिट में फिक्स टाइम के लिए अमाउंट डिपॉजिट होता हैं इसमे मेच्योरिटी से पहले पैसा नहीं निकाल सकते है ।
किसी भी प्रकार का अकाउंट ओपन करने के लिए सभी आवश्यक डोक्यूमेंट – आईडी प्रूफ , एड्रेस प्रूफ , पेन कार्ड आधार कार्ड के साथ अकाउंट ओपनिंग का फॉर्म भरना होता हैं ।
एटीएम का प्रयोग
जैसे ही हम अकाउंट ओपन कराते हैं तो हमे डेबिट कार्ड प्रोवाइड किया जाता हैं । इसमे एक पिन नम्बर होता है जिसे ट्रांजेक्शन के समय प्रयोग किया जाता हैं । इस एटीएम कार्ड का प्रयोग आप देश में कही से भी पैसे भी एटीएम मशीन से पैसे निकलने में कर सकते है |
चेक का प्रयोग
चेक के माध्यम से किसी को पेमेंट कर सकते हैं या किसी से पेमेंट ले सकते हैं । चेक मे कुछ सावधानिया रखनी जरूरी हैं –
- किसी भी प्रकार की ओवर राइटिंग नहीं होनी चाहिए।
- सिग्नेचर सही प्रकार होने चाहिए ।
- कभी भी चेक पर पहले सिग्नेचर कर के ना रखे ।
- अगर चेक बुक खो जाये तो तुरंत इसकी सूचना बैंक को देनी चाहिए ।
छोटी गलतियों से हो सकता हैं बड़ा नुकसान
बैंक अकाउंट के साथ मिलने वाली सुविधाएं जैसे-एटीएम, क्रेडिट कार्ड, ऑनलाइन सेवाएं से काम तो आसान हो जाते हैं, लेकिन छोटी सी लापरवाही से बड़ा नुकसान हो सकता हैं। अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए निम्न बातों का ख्याल रखना जरूरी हैं –
1. हर ट्रांजेक्शन पर नजर रखनी चाहिए ताकि किसी भी संदिग्ध ट्रांजेक्शन दिखते ही उसे ब्लॉक कर पाये ।
2. एटीएम कार्ड का पिन किसी को भी न बताएं।
- बैंक के नाम से आने वाली फर्जी कॉल्स से सावधान रहें। बैंक कभी भी फोन करके खाते की अहम जानकारियां आपसे नहीं मांगेगा।
क्रेडिट या डेबिट कार्ड खुद ही स्वाइप करें।