हमेशा कहा जाता है कि “पहला सुख निरोगी काया” अर्थात हर व्यक्ति चाहता है कि वह स्वस्थ रहे बीमार न पड़े, लेकिन बावजूद इसके कई लोग अच्छी हेल्थ के लिए संघर्ष करते है | शारीरिक एवं मानसिक रूप से जब व्यक्ति स्वस्थ होगा तभी वह कोई काम कर सकेगा | आज कई उपाय होने के बावजूद जीवन में व्यस्तता के कारण स्वयं के लिए वह समय नहीं निकाल पाता है |वर्तमान में कई घातक बीमारियां वातावरण में विद्यमान है और कितना ही ध्यान रखने के बावजूद हर कोई इसका शिकार बन जाता है |आये दिन कई नई नई बीमारियां उत्पन्न हो रही है जिसके चलते व्यक्ति बीमार पड़ जाता है |
अनियमित दिनचर्या,अनियमित खान पान,शारीरिक मेहनत नहीं करना,इनडोर एक्टिविटी ज्यादा अपनाना,नशे की लत,स्वास्थय नियमों का पालन नहीं करना,स्वास्थ्यकर्मियों एवं अन्य के द्वारा दी गयी सलाह का पालन नहीं करना आदि कई कारण हो सकते है जो बिमारी की और एक व्यक्ति को ले जाते है| स्वस्थ रहने के लिए थोड़ी सी दिनचर्या में परिवर्तन एवं अच्छी आदतों से इसे आसानी से मेंटेन कर सकते है-
1. व्यायाम
रोज सुबह जल्दी उठकर मॉर्निंग वॉक,व्यायाम आदि करते रहने से शरीर तंदुरुस्त एवं चुस्त बनता है |
2. हेल्दी फूड
हमेशा शुद्ध और पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए हरी सब्जियों, दालों,पत्तेदार सब्जियों,अंकुरित अनाज आदि को भोजन में शामिल करना चाहिए |
3. नशे से दूर रहें
स्वस्थ बने रहने के लिए किसी भी प्रकार का नशा करने से बचना चाहिए क्योंकि नशा कई हानिकारक बीमारियों को जन्म देता है | नशे का आदी होने पर इंसान शारीरिक एवं मानसिक रोगों से ग्रस्त हो जाता है
4. नेचुरल एलेमेंट्स-
कई प्राकृतिक अवयव जैसे शुद्ध हवा,पानी,धुप ऐसे तत्व है जिससे कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है | चिकित्सक भी इसके प्रयोग की सलाह देते है ताकि कई बीमारियों से बचा जा सके |
5.दवाओं से बचना चाहिए
जितना हो सके दवाओं के सेवन से बचना चाहिए, जितना हो सके व्यायाम,प्राकृतिक चिकित्सा एवं साधारण भोजन करके शरीर को स्वस्थ रखना चाहिए |
6. आराम
शारीरिक एवं मानसिक थकावट दूर करने के लिए रिलेक्स होना अत्यंत आवश्यक है अतः निर्धारित अवधि तक विश्राम , योग और ध्यान करना चाहिए |
7. साफ़ सफाई
अपने आस पास के वातावरण को हमेशा साफ़ सुथरा रखना चाहिए ताकि रोगो से सम्बंधित जीवाणु,बेक्टेरिया,वायरस आदि जन्म न ले सके |
8. स्वच्छता
अपने हाथ पाँव मुंह कपडे आदि सभी को हमेशा साफ़ सुथरा रखना चाहिए |
9. फलों एवं ड्राई फ्रूट का नियमित सेवन
नियमित रूप से ताजा फलों का सेवन करना चाहिए जिसमे मौजूद विटामिन आदि से शरीर को एनर्जी मिल सके | ड्राई फ्रूट में भी अद्भुत स्वास्थय्वर्धक गुण मौजूद होते है |क्षमतानुसार इनके सेवन से भी शरीर को ताकत मिलती है|
10. जूस एवं पानी
ताजा फलों सब्जियों के जूस को नियमित रूप से भोजन में शामिल करना चाहिए क्योंकि इनमें भी अच्छी सेहत के राज छुपे होते है | शरीर में पानी की कमी कभी नहीं होने देनी चाहिए क्योंकि पानी की कमी से भी कई विकार जन्म ले लेते हैं |
11. सकारात्मकता
हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए क्योंकि बड़ी बिमारियों के शिकार होने से बच सकते है छोटी सी बीमारी होने पर भी वह ये सोचता है की कही वो भारी बीमारी का शिकार ना हो जाये और वह तनावग्रस्त हो जाता है, अतः हमेशा पॉजिटिव रहना चाहिए |