पहले स्कूल में पारंपरिक तरीके से अध्ययन करवाया जाता था । क्लास में एक ब्लैकबोर्ड, एक टीचर और
रोल-टॉप डेस्क हुआ करते थे। अब तकनीकी के विकास के
साथ ही , शिक्षा पद्धति मे बदलाव देखे जा रहे है। टीचर की सेंटर अप्रोच तेजी से
कम हो रही है
क्योंकि छात्र डिजिटल लर्निंग को अधिक
महत्व दे रहे है।
शिक्षा में तकनीकी का उपयोग करने से
यह स्टूडेंट्स को खुद को ज्यादा कुशलतापूर्वक
शिक्षित होने और आउटसाइड थिंकिंग के
लिए प्रेरित करता है | इसे “द फ्लिप्ड क्लासरूम” कहा
जाता है।
पढ़ाई जो पहले क्लास में हुआ करती थी , अब ऑनलाइन हो गई है। फ्लिप्ड क्लासरूम सिस्टम में, क्लास का टाइम डिस्कशन और इन-क्लास असाइनमेंट मे बीतता है।
स्टूडेंट्स किताबे पढ़ने के बजाय
वीडियो देखना
ज्यादा पसंद करते हैं। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के ज्यादा यूज के साथ, छात्र अब अपने फोन या लैपटॉप के द्वारा लेक्चर देख सकते हैं।
क्लास में वीडियो का यूज टीचर को क्यों करना चाहिए ?
- वीडियो का यूज टीचर बच्चों को विभिन्न प्रकार से सिखाने के लिए करते है।
- वीडियो अपने स्तर पर स्टूडेंट्स को सीखने के लिए मोटिवेट और अंगेज़ करते हैं ।
- वीडियो टीचर्स का रिविज़न का समय बचा देता हैं ।
- हर छात्र की क्रिएटिविटी बढ़ाने में मदद करता हैं ।
- टीचर स्टूडेंट्स के काम पर मौखिक फीडबैक देने के बजाय व्यक्तिगत फीडबेक देने के लिए वीडियो का उपयोग कर सकते हैं।
- एब्सेंट या परीक्षा मे रिविज़न के दौरान स्टूडेंट कभी भी और कहीं भी वीडियो देख सकते हैं।
विडियो लर्निंग से छात्रों को क्या फायदा हैं?
- वीडियो इंडिपेंडेंट लर्निंग को बढ़ावा देता है ।
- स्टूडेंट को फ्यूचर के लिए तैयार करता है ।
- स्टूडेंट्स को लंबे समय तक क्लास मे और विभिन्न एक्टिविटीज़ मे अंगेज़ रखता हैं ।
- स्टूडेंट्स टीचर एक्टिविटी को बढ़ने के लिए मदद करता हैं ।
कैसे बनाए एजुकेशनल विडिओ ?
- कोई जब फर्स्ट टाइम कोई वीडियो बना रहा होता हैं तो वह यह नहीं समझ पाता की उसे कौन से टॉपिक या केटगरी पर वीडियो बनानी हैं | एक्सपर्ट की राय के अनुसार अगर फर्स्ट टाइम वीडियो बना रहे हैं तो उन्हे सिंगल टोपिक ही सेलेक्ट करना होगा । अगर शुरू मे ही मल्टीपल टोपिक ले लेंगे तो आपका विडियो अच्छा नहीं बन पायेगा |
- वीडियो बनाने के लिए मोबाइल , लेपटोप या कंप्यूटर प्रयोग कर होता हैं इस लिए किसी अच्छे विडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें। जिस टोपिक पर वीडियो बनानी है उससे संबन्धित कंटेन्ट को राइटिंग मे तैयार करे | इसके बाद लिखे गए कंटेन्ट को पिक्चर मे बदलना होगा जिसके लिए स्क्रीन रिकॉर्डर का यूज कर सकते हैं । यदि आप कोई एजुकेशनल विडियो बना रहे है तो अपने कैमरे को ट्राईपोड पर रखकर शूट कर सकते है | इसके बाद ड्यू रिकॉर्डर के माध्यम से वीडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं साथ ही वॉइस भी रिकॉर्ड करके एड कर सकते हैं ।
विडिओ बनाते समय किन किन बातों का ध्यान रखे
- डिवाइस जिससे वीडियो बनानी है उसके माइक ,कैमरा एवं इयरफोन चैक कर ले ।
- वीडियो बनाने के लिए उचित लोकेशन का सेलेक्शन करे ।
- वीडियो मे ऐसे इफेक्ट डाले जो इसे कुछ हटके प्रदर्शित करें ।
- रियर्सल के लिए उचित फॉर्मल ड्रेस का चुनाव करें ।
- अच्छी स्क्रिप्ट बनाए और उसकी अच्छी तरह से प्रेक्टिस करें ।
- अपनी वॉइस का प्रोपर ध्यान रखें । वीडियो बनाते समय एकांत को चुने ताकि वॉइस डिस्टर्ब ना हो । वॉइस एकदम क्लियर होनी चाहिए ।
- वीडियो बनाने के बाद इसको यूट्यूब पर अपलोड करे और इसे पोस्ट कर दे ।
- व्यूवर्स से चैनल को लाइक ,सब्स्क्रिब करने के लिए रिक्वेस्ट करें ताकि आप अपने चैनल को ग्रो कर सके ।