दोस्तों इंश्योरेन्स के बारे में तो आपने सुना ही होगा,क्या आप जानते हैं कि इंश्योरेन्स क्या है? इसका काम क्या होता है? यह क्यों किया जाता हैं? इंश्योरेन्स किसका करा सकते हैं ? अधिकतर लोगो ने इसके बारे मे कहीं न कहीं सुना जरूर हैं लेकिन इसके बारे मे अधिक जानकारी नहीं होती हैं , प्रत्येक व्यक्ति को इंश्योरेंस के बारे में जानना बहुत जरूरी हैं क्योंकि आज बहुत सी कीमती वस्तुओं का इंश्योरेंस करवाया जाता हैं अतः आज हम इस पोस्ट के माध्यम से इंश्योरेन्स के बारे में पूरी जानकारी दूंगा । आइये सबसे पहले जानते हैं इंश्योरेंस क्या है –
इंश्योरेन्स क्या है ?
इंश्योरेन्स एक ऐसी व्यवस्था हैं जिसमें कोई भी इंश्योरेन्स कम्पनी किसी भी प्रकार के नुकसान, बीमारी,एक्सिडेंट या मृत्यु में आपको मुआवज़ा देने की गारंटी देती हैं इसे इंश्योरेन्स कहा जाता है ।
हमने कई जगह यह कहावत सुनी होगी “बाढ़ पहले पाल बांधना” । आज कल कि भागदौड़ भरी दुनिया मे कब क्या हो जाये किसी को पता नही होता अतः इंश्योरेन्स करवाना लेना चाहिए ।
इंश्योरेन्स के प्रकार
इंश्योरेन्स कई प्रकार के होते है जैसे लाइफ इंश्योरेन्स , होम इंश्योरेन्स , हेल्थ इंश्योरेन्स , व्हिकल इंश्योरेन्स , ट्रैवल इंश्योरेन्स , क्रॉप एण्ड फार्मर इंश्योरेन्स , वेल्थ इंश्योरेन्स आदि इनके विस्तृत विवरण एवं फायदे निम्न प्रकार हैं –
- लाइफ इंश्योरेन्स
यह इंश्योरेन्स कम्पनी एवं और इंश्योरेन्स लेने वाले व्यक्ति के मध्य एक प्रकार का Agreement होता है , जिसमे इश्योरेन्स कंपनी द्वारा पॉलिसी होल्डर को गारंटी दी जाती है की भविष्य में पॉलिसी होल्डर की मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार में से नॉमिनी को इंश्योरेन्स कम्पनी द्वारा नियम एवं शर्तों के अनुसार एक निश्चित राशि का भुगतान किया जाएगा ।
- होम इंश्योरेन्स
होम इंश्योरेन्स में घर के स्ट्रक्चर और घर के सामान के अनुसार एक पॉलिसी बनवायी जाती है , अचानक कोई दुर्घटना हो जाने जैसे भूकंप , बाढ , या घर के सामान खराब हो जाने पर सारी भरपाई इंश्योरेन्स कंपनी करती है । होम इंश्योरेन्स के माध्यम से अपने घर को सुरक्षित रख सकते है ।
- हेल्थ इंश्योरेन्स
हेल्थ इंश्योरेन्स मे कोई भी व्यक्ति अपने मेडिकल और सर्जिकल एक्सपेन्स को मैनेज कर सकते है । हर किसी को मेडिकल एण्ड हेल्थ इंश्योरेन्स करवाना चाहिए क्योंकि पॉलिसी होल्डर की बीमारियों में दवाइयों , ऑपरेशन और हॉस्पिटल का खर्चा इंश्योरेन्स कम्पनी वहन करती है।
- एक्सीडेंटल पॉलिसी
इस प्रकार कि पॉलिसी में भी आप निश्चित अमाउण्ट जमा करवाकर पॉलिसी होल्डर को एक्सीडेंटल डेथ या दुर्घटना हो जाने पर पॉलिसी के नियम एवं शर्तों के अनुसार अस्पताल में भर्ती हो जाने पर आपको किसी भी प्रकार का खर्च नहीं उठाना पड़ता इंश्योरेन्स कंपनी आपका सारा खर्चा उठाती है अतः यह पॉलिसी बहुत आवश्यक है ।
- व्हिकल इंश्योरेन्स
यदि आपके पास कोई भी गाड़ी हैं तो उसका इंश्योरेन्स करवाना बहुत जरूरी है क्योंकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर यह हमे आर्थिक नुकसान से बचाता है । व्हिकल इंश्योरेन्स दो प्रकार के होते है –
- थर्ड पार्टी इंश्योरेन्स
इस प्रकार के इंश्योरेन्स में आपकी गाड़ी से एक्सिडेंट हो जाने पर सामने वाली पार्टी की गाड़ी का नुकसान इंश्योरेन्स कम्पनी पे करके देती है लेकिन आपकी गाड़ी का नुकसान होने पर कम्पनी किसी तरह का क्लेम नही देती अतः इसे थर्ड पार्टी इंश्योरेन्स कहा जाता है । मोटर अधिनियम के अनुसार यह बीमा अनिवार्य है ।
- फुल पार्टी इंश्योरेन्स
इस प्रकार के इन्श्योन्स में एक्सीडेंट होने पर सभी नुकसान जैसे गाड़ी, ड्राइवर, और गाड़ी में बैठे वाले लोग और दूसरे गाड़ी का नुकसान की भरपाई कम्पनी करती है । इसे स्टेंडर्ड इंश्योरेन्स भी कहते है ।
- क्रॉप एण्ड फार्मर (कृषि ) इंश्योरेन्स
इस प्रकार के इंश्योरेन्स में फसल को एक प्रकार की सुरक्षा मिल जाती है । अगर किसी कारण से फसल का नुकसान होता है तो ऐसे में इंश्योरेन्स कम्पनी आपके सारे नुकसान की भरपाई करती है अतः किसानों को क्रॉप एण्ड फार्मर इंश्योरेन्स जरुर करना चाहिए ।
- ट्रैवल इंश्योरेन्स
कभी आप अकेले या अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहे हो, तो ऐसे में यात्रा के दौरान कोई दुर्घटना हो जाने पर, या फिर यात्रा में देरी होना जैसे की फ्लाईट डिले होना, फ्लाईट कैंसल होना ऐसे में Travel इंश्योरेन्स आपके हुए नुकसान का पूरा खर्चा उठाती है ।
- मोबाइल इंश्योरेन्स
आजकल लोग महँगे मोबाइल खरीदते है और यदि मोबाइल फोन में कभी कुछ छोटा बड़ा नुकसान हो जाता है, तो ऐसे में इंश्योरेन्स कम्पनी नुकसान की सारी भरपाई करके देती है इसलिए मोबाइल इंश्योरेन्स करना भी बहुत आवश्यक है ।