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कंप्यूटर को हैकिंग से कैसे बचाए ?

जैसे जैसे ऑनलाइन सुविधा का क्रेज बढ़ रहा है वैसे वैसे ही साइबर क्राइम के मामले भी बढ़ रहे हैं । आज तेजी से बढ़ रहे साइबर अटेक हर विभाग की चिंता बढ़ा रहे हैं । हर व्यक्ति अपने डिजिटल डेटा , आईडी  आदि की सिक्योरिटी को लेकर चिंतित हैं और इनके प्रयोग भी डर डर के करता हैं । कई ऐसे मेल , मेसेज , सॉफ्टवेयर , लिंक आदि हैकर्स भेजते हैं जिनका शिकार लोग हो जाते हैं । आज साइबर क्राइम की रोकथाम करने के लिए कई संस्थाए कार्य कर रही हैं और इससे संबन्धित जागरूकता के संदेश भी इनके द्वारा जारी किए जाते हैं लेकिन फिर भी लोग इसके शिकार हो ही जाते हैं । अतः हर ऑनलाइन यूजर को सावधान और सतर्क रहना जरूरी हैं ।कुछ ऐसी टैक्निक्स हैं जिनके माध्यम से हम हैकर्स का शिकार होने से बच सकते हैं ।

ऑनलाइन यूजर क्या सावधानिया रखे ?

  1. अपने डिजिटल डिवाइसेज मे ओपन नेटवर्क का प्रयोग नहीं करना चाहिए । कई जगह निशुल्क वाईफ़ाई अवेलेबल हो जाता है जिसका भरपूर प्रयोग निशुल्क किया जा सकता हैं । ये पब्लिक को एक सुविधा हैं लेकिन हैकर्स इसका फायदा उठाते हैं । कई प्रकार की व्यक्तिगत जानकारिया जैसे बैंक अकाउंट डीटैल , आईडी ,पासवर्ड, पसर्नल फोटो आदि हैक करके उनका मिसयुज किया जाता हैं ।
  2. पब्लिक चार्जिंग पोर्ट पर अपने डिवाइस – लैपटाप , मोबाइल आदि चार्ज करने से बचे क्योंकि इनसे डिवाइस मे वाइरस , मैलवेयर आने का खतरा रहता हैं ।
  3. पासवर्ड स्ट्रॉंग यूज करना चाहिए अधिकतर लोग जल्दी से पासवर्ड याद रखने के लिए अपनी जन्मतारीख , मोबाइल नंबर , नाम या साधारण पासवर्ड रखते हैं जिनका आसानी से हैकर द्वारा अनुमान लगाया जा सकता हैं । अतः पासवर्ड हमेशा कम से कम आठ अक्षर का हों और ऐसा हो जिसमे अक्षर , नम्बर और विशेष सिम्बोल का प्रयोग हो ऐसे पासवर्ड इंक्रीप्ट पासवर्ड कहलाते हैं । जो आसानी से ब्रेक नहीं किए जा सकते साथ ही पासवर्ड को हर सात दिन मे बदलते रहे ।
  4. टू फेक्टर ओथेंटीकेशन के प्रयोग से प्राइवेसी और भी पावरफूल बन जाती हैं । टू फेक्टर ओथेंटीकेशन मे डिजिटल डिवाइस मे इसे एनेबल करना होता है । जैसे ही कोई व्यक्ति आपकी आईडी , बेंक अकाउंट या और किसी मे लॉगिन करने की कोशिश करेगा तो आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर एक ओटीपी आयेगा । सिर्फ इसी के माध्यम से अकाउंट को एक्सेस करने की अनुमति देता हैं । हैकर्स बड़ी चालाकी से ये पूछने का पूरा प्रयास करते हैं लेकिन किसी भी अवस्था मे किसी को भी ये ओटीपी शेयर नहीं करना चाहिए ।
  5. कीलॉगर के माध्यम से हैकर्स फिजिकल कीबोर्ड पर क्या अक्षर टाइप किया हैं जान लेते हैं अतः ऑनलाइन बेंकिंग या अकाउंट लॉगिन के समय वर्चुअल कीबोर्ड यूज करना चाहिए ।
  6. ब्राउजर को सुरक्षित रखना चाहिए । वेब ब्राउजर के माध्यम से इंटरनेट चलाया जाता है । ब्राउजर की सुरक्षा के लिए एड-ब्लॉकर इंस्टॉल करना चाहिए । ये अनचाहे एड को ब्लॉक कर देते हैं । ज्यादा सुरक्षा के लिए Https वाली वेबसाइट का इस्तेमाल करना चाहिए । ज्यादातर ब्राउजर अब आपको प्राइवेट ब्राउजिंग का भी विकल्प देते हैं । इनमें डेटा को स्टोर नहीं किया जाता है।  साइट्स ब्राउज करते हुए इसका इस्तेमाल करें।
  7. आपके कंप्यूटर , लेपटॉप और स्मार्टफोन/टैबलेट  इत्यादि पर ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट के संदेश आते रहते हैं । डेटा सुरक्षा के लिए इनका इस्तेमाल करना चाहिए ।
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